Click on the link given below to find out the solutions in Video/Text.
1. निम्नलिखित यौगिकों को प्राथमिक द्वितीयक एवं तृतीयक ऐमीनों में वर्गीकृत कीजिए तथा इनके आइयूपीएसी नाम लिखिए।
(i) (CH3)2CHNH2 (ii) CH3(CH2)2NH2 (iii) CH3NHCH(CH3)2
(iv) (CH3)3CNH2 (v) C6H5NHCH3 (vi) (CH3CH2)2NCH3
(vii) m–BrC6H4 NH2
2. निम्नलिखित युगलों के यौगिकों में विभेद के लिए एक रासायनिक परीक्षण दीजिए-
(i) मेथिलऐमीन एवं डाइमेथिलऐमीन (ii) द्वितीयक एवं तृतीयक ऐमीन
(iii) ऐथलऐमीन एवं ऐनिलीन (iv) ऐनिलीन एवं बेन्जिलऐमीन
(v) ऐनिलीन एवं N मेथिलऐनिलीन।
3. निम्नलिखित के कारण बताइए-
(i) ऐनिलीन का pKb मेथिलऐमीन की तुलना में अधिक होता है।
(ii) ऐथिलऐमीन जल में विलेय है जबकि ऐनिलीन नहीं।
(iii) मेथिलऐमीन फेरिक क्लोराइड के साथ जल में अभिक्रिया करने पर जलयोजित फेरिक आक्साइड का अवक्षेप देता है।
(iv) यद्यपि ऐमीनों समूह इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं में आर्थो एव पैरा निर्देशक होता है फिर भी ऐनिलीन नाइट्रोकरण द्वारा यथेष्ट मात्र में मेटानाइट्रोऐनीलीन देती है।
(v) ऐनिलीन फ़डेल क्राफ्रट्स अभिक्रिया प्रदर्शित नहीं करती।
(vi) ऐरोमैटिक ऐमीनों के डाइऐजोनियम लवण ऐलीफैटिक ऐमीनों से प्राप्त लवण से अधिक स्थायी होते हैं।
(vii) प्राथमिक ऐमीन के संश्लेषण में गैब्रिएल थैलिमाइड संश्लेषण को प्राथमिकता दी जाती है।
4. निम्नलिखित को क्रम में लिखिए-
(i) pKb मान के घटते क्रम में-
C2H5NH2 , C6H5NHCH3 , (C2H5)2NH ,oa C6H5NH2
(ii) क्षारकीय प्राबल्य के घटते क्रम में-
C6H5NH2 , C6H5N(CH3)2, (C2H5)2NH ,oa CH3NH2
(iii) क्षारकीय प्राबल्य के बढ़ते क्रम में-
(क) ऐनिलीन, पैरा-नाइट्रोऐनिलीन, एवं पैरा-टॉलूडीन
(ख) C6H5NH2 ,C6H5N(CH3)2,C6H5CH2NH2
(iv) गैस अवस्था में घटते हुए क्षारकीय प्राबल्य के क्रम में-
C2H5NH2 , (C2H5)2NH, (C2H5)3N ,oa NH3
(v) क्वथनांक के बढ़ते क्रम में-
C2H5OH, (CH3)2NH, C2H5NH2
(vi) जल में विलेयता के बढ़ते क्रम में-
C2H5NH2 , (C2H5)2NH, C2H5NH2
5. इन्हें आप कैसे परिवर्तित करेंगे-
(i) एथेनॉइक अम्ल को मेथेनेमीन में (ii) हैक्सेननाइट्राइल कोे 1-ऐमीनोपेन्टेन में
(iii) मेथेनॉल को एथेनॉइक अम्ल में (iv) एथेनेमीन को मेथेनेमीन में
(v) एथेनॉइक अम्ल कोे प्रोपेनॉइक अम्ल में (vi) मेथेनेमीन को ऐथेनेमीन में
(vii) नाइट्रोमेथेन को डाइमेथिलऐमीन में (viii) प्रोपेनॉइक अम्ल कोे ऐथेनॉइक अम्ल में?
6. प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक ऐमीनों की पहचान की विधि का वर्णन कीजिए। इन अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
(i) नाइट्रोबेन्जीन सें बेन्जोइक अम्ल (ii) बेन्जीन से m-ब्रोमोफीनॉल
(iii) बेन्जोइक अम्ल से ऐनिलीन
(iv) ऐनिलीन से 2, 4, 6-ट्राइब्रोमोफ्रलुओरोबेन्जीन
(v) बेन्जिल क्लोराइड से 2- फ़ेनिलएथेनेमीन
(vi) क्लोरोबेन्जीन से p-क्लोरोऐनिलीन (vii) ऐनिलीन से p-ब्रोमोऐनिलीन (viii) बेन्जएमाइड से टॉलूईन (ix) ऐनीलीन से बेन्जाइल ऐल्कोहॉल।
9.
10. एक ऐरोमैटिक यौगिक 'A' जलीय अमोनिया के साथ गरम करने पर यौगिक B बनाता है जो Br2 एवं KOH के साथ गरम करने पर अणु सूत्र C6H7N वाला यौगिक C बनाता है। ।A ,B एवं C यौगिकों की संरचना एवं इनके आइयूपीएसी नाम लिखिए।
11. निम्नलिखित अभिक्रियाओं को पूर्ण कीजिए-
(1.) C6H5NH2 +CHCI3 + (ऐल्कोहॉली ) KOH →
(2.) C6H5N2CI +H3PO2 + O2H →
(3.) C6H5NH2 +H2SO4 (सांद्र ) →
(4.) C6H5N2CI +C2H5OH →
(5.) C6H5NH2 + Br2 (aq) →
(6.) C6H5NH2 + (CH3CO)2 O →
(7.) C6H5N2CI ( (i) HBF4 (ii) NaNO2 / CU,∆)→
12. ऐरोमैटिक प्राथमिक ऐमीन को गैब्रिएल थैलिमाइड संश्लेषण से क्यों नहीं बनाया जा सकता?
13. ऐलीफैटिक एवं ऐरोमैटिक प्राथमिक ऐमीनों की नाइट्रस अम्ल से अभिक्रिया लिखिए।
14. निम्नलिखित में प्रत्येक का संभावित कारण बताइए-
(i) समतुल्य अणु द्रव्यमान वाले ऐमीनों की अम्लता ऐल्कोहॉलों से कम होती है।
(ii) प्राथमिक ऐमीनों का क्वथनांक तृतीयक एमीनों से अधिक होता है।
(iii) ऐरोमैटिक ऐमीनों की तुलना में ऐलीफैटिक ऐमीनों प्रबल क्षारक होते हैं।